रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): शहर भर की राजनीति में विधायक रमन अरोड़ा के इस्तीफा देने की चर्चा ने जोर पकड़ रखा है। हालांकि इसका अभी तक रमन अरोड़ा ने कोई ऐलान तो नहीं किया अंदरूनी तौर पर काफी कुछ ऐसा हो चुका है जिसको बदलने के लिए रमन अरोड़ा अपनी विधायकी का दाव लगाने जा रहे हैं। इसे परिवार की हिफाजत से भी जोड़ा जा रहा है।
सूत्रों का दावा है कि रमन अरोड़ा जल्द ही इस्तीफा देने की घोषणा कर सकते है जिसके बाद सेंट्रल हल्के में उप चुनाव होगा। आम आदमी पार्टी से नितिन कोहली विधायक के उम्मीदवार होंगे। हालांकि सेंट्रल हल्के के लिए नितिन कोहली की खास चेहरा भी नहीं है। उधर बरसातों में सेंट्रल हल्के के लोगों को जो नुकसान हुआ उसका गुस्सा अप चुनाव में देखने को मिलेगा। लोगों का कहना है कि सिवरेज की सफाई न होना और निकासी का कोई और प्रबंधन न होना ही उनके नुकसान का कारण है। इसके इलावा बिजली के लंबे कट, स्ट्रीट लाइट्स आदि कई ऐसी समस्याएं है जिन्होंने लोगों को आम आदमी से दूरी बनाने के लिए मजबूर किया। अब यह वक्त ही बताएगा कि आम आदमी पार्टी किस प्रकार से अपने वोटर्स को लुभाती है। उधर कांग्रेस और बीजेपी हर हाल में आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को मोहरा बना कर लोगों का विश्वाश जीतने का प्रयास करेगी। साफ तौर पर इसका नुकसान आप को होगा। अगर रमन अरोड़ा इस्तीफा देकर जमानत पर आ भी गए तो विपक्ष इसे भी लोगों के बीच मुद्दा बना कर बहती गंगा में हाथ धोने का काम कर सकते हैं। फिलहाल लोगों की क्या राय है यह उप चुनाव के रिजल्ट ही बता देंगे। वहीं दिल्ली के पूर्व एजुकेशन मिनिस्टर मनीष सिसोदिया के 2027 में चुनाव जीतने के लिए साम, दाम, दंड, भेद अपनाने के बयान भी उप चुनाव में मुद्दा बन सकता है।





