रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): मानसून के कारण पंजाब 1988 वाला दर्द झेल रहा है। सबसे ज्यादा देहात इलाके में रहने वाले लोग मानसून से पीड़ित है। पंजाब के तीन डैम की बात करे तो मंगलवार सुबह 6 बजे तक भाखड़ा डैम का जलस्तर 1676.72 फीट दर्ज किया गया। नंगल भाखड़ा फीडर नहर 12 जगह से धंस चुकी है। डैम का जलस्तर खतरे के निशान से करीब तीन फीट ही कम रह गया है। डैम में जितना पानी आ रहा है उसका आधा बाहर छोड़ा जा रहा है जिससे डैम में पानी का दबाव बढ़ रहा है।
पोंग डैम के सुबह 6 भेजलस्तर 1390.63 फीट दर्ज किया। जलस्तर 1390 फीट से अधिक है। जलस्तर को बनाए रखने के लिए जितना पानी आ रहा है उतना ही बाहर छोड़ा जा रहा है। रणजीत सागर डैम पिछले हफ्ते से ही खतरे के निशान को पार कर चुका है। पंजाब में मानसून दौरान अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब के सीएम मान से फोन पर बात की जिसके बाद सीएम मान ने पंजाब की स्थिति को लेकर मीटिंग बुलाई है। ब्यास नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मानसून विभाग ने मंगलवार सुबह 11.40 बजे पंजाब के जालंधर, कपूरथला, पठानकोट, गुरदासपुर, मुकेरिया, अमृतसर, बटाला, फ्लोर, नकोदर, बाबा बकाला, रामपुरा फूल, मानसा, सुनाम, संगरूर, बरनाला, धुरी, मलेरकोटला, डेरा बाबा नानक, लुधियाना, जगराओं, रायकोट खंडूर साहिब, सुल्तानपुर लोधी, जीरा, मोगा और अन्य कई शहरों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है।





