रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): भारत में एक पाकिस्तानी और पांच अफगानियों को भारतीय सिटीजन दी गई है। यह मामला हरियाणा के फरीदाबाद का है। उन्हें बुधवार को डीसी विक्रम सिंह ने भारतीय संविधान की अनुपालना की शपथ दिलाई।
शपथ लेने वालों में अफगानिस्तान से रूविल देवी, नीलम, साधना देवी, रजेश कुमार, जोगिंदर सिंह और पाकिस्तान से कमला देवी शामिल हैं। डीसी ने नागरिकता मिलने पर सबको बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत का नागरिक होना गर्व और सम्मान की बात है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
पाकिस्तान से आई कमला ने बताया की वह 2010 में अपने भाई राकेश और बहन विमला के साथ भारत आई थी, लेकिन उसके कागजों में कुछ कमी रह गई थी। इसके चलते उसे नवंबर 2023 में भारत की नागरिकता नहीं मिली। उसके भाई राकेश और बहन को भारत की नागरिकता मिल गई थी। अब उसे आज भारत की नागरिकता मिली है। वह भारत सरकार का नागरिकता प्रदान करने के लिए तहे दिल से धन्यवाद करते हैं।
कमला ने बताया कि भारत की नागरिकता मिलने का लंबे समय से इंतजार था। 6 महीने पहले ही उन्होंने भारत की नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया था। उन्होंने बताया कि उनकी माता राधाबाई और पिता ओमप्रकाश उनके लगभग 6 साल बाद भारत आए थे। पिता की अगस्त 2023 में डेथ हो गई। माता घर में रहती हैं। भाई, बहन और वह खुद नौकरी करती हैं। जिससे उनके घर का खर्च चलता है। फिलहाल उन्होंने जवाहर कॉलोनी में अपना मकान बनाया हुआ है। अब भारत की नागरिकता मिलने के बाद उन्हें तमाम सुविधाएं मिलेंगी, जो भारत के आम नागरिक को मिलती है। भारत की नागरिकता पाने वाले अफगानिस्तान से आए 63 वर्षीय जोगिंदर सिंह ने बताया कि वह 2011 में भारत आए थे, लेकिन उनकी पत्नी पोला सन 1992 में अफगानिस्तान से भारत आ गई थी। जिसे भारत सरकार द्वारा पहले ही नागरिकता दी जा चुकी है। 2011 में जब आए तो वह भी भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे थे। आज उन्हें भारत की नागरिकता मिली है। जोगिंदर सिंह ने बताया कि अफगानिस्तान में उनके माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका था। अफगानिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के चलते उन्होंने पहले अपनी पत्नी को भारत भेज दिया फिर वह भी अफगानिस्तान से भारत आ गए। अफगानिस्तान में हिंदुओं का बहुत बुरा हाल है। अब जो भी कुछ बचे हैं, वह काफी दयनीय स्थिति में रह रहे हैं।




