रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): महाकुंभ में मची भगदड़ में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी कई लोग लापता हैं। मारने वाले लोगों की गिनती बढ़ने की आशंका है। हादसे के दस घंटे बीत जाने के बाद भी घायलों की गिनती नहीं बताई जा रही।
हेलिकाप्टर से महाकुंभ पर नजर रखी जा रही है। वहीं राष्ट्रपति मुर्मु और पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इस घटना पर दुख जताया है। राज्य सरकार को श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा देने को कहा गया है। सीएम योगी ने भी अफवाहों से दूर रहने को कहा है। अभी भी महाकुंभ में 9 करोड़ के करीब श्रद्धालु मौजूद हैं।
पांच बार पहले भी हो चुके ऐसे हादसे
2013 में प्रयागराज मौनी अमावस्या पर रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने पर 36 लोगों की मौत हो गई थी। 2010 में हरिद्वार कुंभ मेले में हर की पौड़ी पर भगदड़ से सात लोगों की मौत हुई थी। नासिक में 2003 में अगस्त माह में कुंभ मेले में भगदड़ मचने पर 39 लोगों की मौत हो गई थी। 1992 में उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ के दौरान भगदड़ में 50 लोगों ने दम तोड़ दिया था। 1954 में प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में करीब 800 लोगों की जान चली गई थी।




