रोजाना मेल (जालंधर): नगर निगम चुनाव नजदीक आने के साथ साथ एक आजाद पूर्व पार्षद का करोड़ों रुपयों का घोटाला चर्चा बटोर रहा है। आजाद पूर्व पार्षद ने करोड़ों की कमीशन के चक्कर में उन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फंड दिला दिए जो गैर जरूरतमंद थे। कइयों ने उन फंड के पैसों से वाहन खरीदे तो कइयों ने मकान न बना कर पैसे डकार लिए। विजिलेंस ने अब फंड लेने वाले लोगों को जांच में शामिल करके उनसे पूछताछ भी की जिन्होंने माना कि उन्होंने इलाके के पार्षद को 30 हजार रुपए से लेकर 70 हजार रुपए की कमीशन दी है जो फंड जारी होने से पहले उनके सेल्फ के चेक ले लेता था और फंड आते ही पैसे निकाल लेता था। इस मामले में अब निगम कर्मी भी फंस सकते है क्योंकि उन्होंने इस पूर्व पार्षद के कहने पर बिना चेकिंग किए फंड रिलीज करवा दिया। ऐसे 200 से ज्यादा घर है जिन्हें इस योजना का लाभ दिया और उन पैसों का गलत इस्तेमाल किया गया। फंड लेने वाले कई लोग तो अपना घर बेच भी गए हैं। उन घरों में लेंटर और मुरम्मत के लिए फंड दिला दिए गए जिनके घरों पर टाइल तक लगी हुई है। इतना बड़ा फ्रॉड अब विजिलेंस जांच के बाद सामने लाएगी जिसके बाद पूर्व आजाद पार्षद पर गिरफ्तारी की गाज गिर सकती है। यह सभी घर गोपाल नगर, मोहल्ला करार खां और नीला महल इलाके में मौजूद है।




