रोजाना मेल (पानीपत): मोदी सरकार ने हरियाणा की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पानीपत में एलआईसी की बीमा सखी योजना को लॉन्च किया। बीमा सखी बनने वाली 18 साल में 70 साल की हर जरूरतमंद महिला को प्रति महीना पांच से सात हजार रुपए दिए जाएंगे। मोदी ने पानीपत में आकर करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी यूनिवर्सिटी के मुख्य परिसर का शिलान्यास भी किया।
पीएम मोदी ने सबसे पहले भाषण शुरू करने से पहले कहा कि मैं हरियाणा के देश भक्तों को राम राम करता हूं, जिन्होंने एक है तो सैफ है के मंत्र को अपनाया। मोदी ने हरियाणा के लोगों को तीसरी बार उनकी पार्टी को जिताने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने किसानों के चल रहे आंदोलन का नाम लिए बिना कहा कि हम एमएसपी पर फैंसले खरीद रहे हैं। अकेले हरियाणा में एमएसपी के तौर पर किसानों को एक लाख करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने मोदी को पराली से बनी उनकी तस्वीर भी भेंट की।
क्या है बीमा सखी योजना
यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तीन साल के लिए स्टाइपेंडरी स्कीम है। दसवीं कक्षा पर कोई भी महिला इस स्कीम के लिए आवेदन दे सकती है। बशर्त उनकी उम्र 18 से 70 साल के बीच की होनी चाहिए। तीन साल में महिलाओं को दो लाख दिए जायेंगे। पहले साल की किस्त सात हजार प्रति माह, दूसरे साल 6 हजार प्रति माह और तीसरे साल 5 हजार रुपए प्रति माह महिलाओं के बैंक खाते में केंद्र सरकार ट्रांसफर करेगी। मोदी सरकार ने दो लाख महिलाओं को इस स्कीम का फायदा पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। दसवीं पास बेटियों को रोजगार की ट्रेनिंग दी जाएगी। तीन साल तक आर्थिक मदद दी जानी है। बीमा से जुड़े सेक्टर का डाटा बताता है कि हर माह बीमा एजेंट पंद्रह हजार रुपए कमाता है। इसी तरह बीमा सखी साल में पौने दो लाख रुपए कमाएगी।




