रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): कहते है कि अपने बच्चों के खातिर मां मौत से भी लड़ सकती है। यह कहावत शिमला में सच देखने को मिली जहां घर के बाहर से तेंदुआ एक पांच साल की बच्ची को उठा कर जंगल की तरफ भाग गया लेकिन बच्ची की चीखें सुन कर मां तेंदुए से ही भिड़ गई जिसके बाद बच्ची को बचा लिया गया। बच्ची घर से बाहर शौच के लिए निकली थी। वहां पहले से ही तेंदुआ बैठा था। जैसे ही मां तेंदुए से भिड़ी तो वह बच्ची को छोड़कर भाग गया। हालांकि, तब तक बच्ची की पीठ और कंधे को तेंदुआ जख्मी कर चुका था। बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि हमला करने वाला जानवर बाघ था। हालांकि, वन विभाग का दावा है कि इस क्षेत्र में बाघ नहीं पाया जाता। वह तेंदुआ हो सकता है। इस हमले के बाद पूरे इलाके को अलर्ट पर रखा गया है।
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