रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): कुछ दिन पहले अफीम के साथ पकड़े जाने के दावे पर नामजद करके गिरफ्तार किए गए युवक ने पुलिस के इस केस को झूठा बताया है। जंडियाला खास के रहने वाले रणवीर सिंह का कहना है कि उस पर डाला गया केस राजनीतिक रंजिश से प्रेरित है।
रणबीर ने कहा कि पुलिस ने चाहत निवासी भार्गव कैंप को एक किलो अफीम साथ गिरफ्तार किया था जिसके बाद पवन को गिरफ्तार करके उसके घर से दो किलो और अफीम बरामद की थी। पुलिस ने उसके बाद उसे भी घर से उठा लिया लेकिन उससे कुछ बरामदगी नहीं हुई थी। उसने कहा कि पुलिस द्वारा जारी किए प्रेस नोट में उससे अफीम बरामद होने की बात कही लेकिन पुलिस के दस्तावेजों में साफ लिखा है कि अफीम चाहत और पवन से बरामद हुई। रणवीर ने कहा कि उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उसे लोकल अदालत ने मात्र 24 दिनों में जमानत दी है। अगर उससे एक किलो अफीम मिलती तो उसकी जमानत हाईकोर्ट से होनी भी मुश्किल थी। उसने कहा कि इस केस को लेकर उसने इक्यावरी भी लगाई है। रणवीर का कहना है कि वह पहले अकाली दल में था लेकिन अब आम आदमी पार्टी में है। पार्टी बदलने पर उसे धमकियां भी मिली थी। उसने कहा कि हाल ही में उसने खुद सरपंच की सीट छोड़ कर अपने करीबी को देकर उसे सरपंच बना दिया था ताकि वह पीछे रह कर अपने गांव का विकास कर सके लेकिन यह बात उसके विरोधियों को हजम नहीं हुई और उस पर झूठा केस डलवा दिया।




