रोजाना मेल (न्यूज डेस्क): पंजाब की संगरूर जेल में खुद जेल सुपरिटेंडेंट ही अन्दर ड्रग नेटवर्क चला था था। पुलिस अधिकारियों ने जेल में सर्च दौरान नशा और मोबाइल फोन बरामद किए है। सुपरिटेंडेंट समेत 19 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जेल के अंदर मोबाइल फोन से लेकर स्मार्टफोन तक का प्रयोग किया जा रहा था। चेकिंग में 12 मोबाइल फोन, 4 स्मार्टवॉच, 50 ग्राम अफीम, 12 ग्राम हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं।
इसके बाद जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) सुरक्षा गुरप्रीत सिंह को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में एनडीपीएस एक्ट के तहत पहले ही मामला दर्ज किया था, जबकि इसमें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 बाद में जोड़ी गई। अब तक कुल 19 लोगों को अरेस्ट किया गया है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रशांत नामक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, जिसकी भूमिका तस्करी संबंधी गतिविधियों को सुचारू ढंग से चलाने में सामने आई है। एसएसपी संगरूर सरताज सिंह चहल ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी डीएसपी गुरप्रीत सिंह जेल में नशीले पदार्थों और मोबाइल फोन की तस्करी में सक्रिय रूप से शामिल था। आरोपी डीएसपी ने जेल में 25 ग्राम हेरोइन और दो मोबाइल फोन पहुंचाने के बदले कैदी गुरचेत के रिश्तेदार से 40 हजार रुपए नकद और यूपीआई के माध्यम से 26 हजार अपनी पत्नी के खाते में प्राप्त किए थे। कुल 25 ग्राम हेरोइन में से, 12 ग्राम हेरोइन रवि नाम के एक अन्य कैदी से बरामद की गई है, जो गुरचेत के कहने पर आगे अन्य कैदियों को नशे बेचता था।




